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दरअसल सबसे आगे जो दंगाइयों में था / साग़र पालमपुरी

दरअस्ल सबसे आगे जो दंगाइयों में था

तफ़्तीश जब हुई तो तमाशाइयों में था


हमला हुआ था जिनपे वही हथकड़ी में थे

मुजरिम तो हाक़िमों के शनासाइयों में था


उस दिन किसी अमीर के घर में था कोई जश्न

बेरब्त एक शोर—सा शहनाइयों में था


हैराँ हूँ मेरे क़त्ल की साज़िश में था शरीक़

वो शख़्स जो कभी मेरे शैदाइयों में था


शोहरत की इन्तिहा में भी आया न था कभी

‘साग़र’!वो लुत्फ़ जो मेरी रुस्वाइयों में था