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दर्देसर था सज़द-ए-शामोसहर मेरे लिए / यगाना चंगेज़ी

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दर्देसर था सजद-ए-शामोसहर मेरे लिए।

दर्देदिल ठहरा दवा-ए-दर्देसर मेरे लिए॥


दर्देदिल के वास्ते पैदा किया इन्सान को।

ज़िन्दगी फिर क्यों हुई है, दर्देसर मेरे लिए॥


फ़ितरते-मजबूर को अपने गुनाहों पै है शक।

वा रहेगा कब तलक तौबा का दर मेरे लिए॥