Last modified on 11 जून 2010, at 11:32

दर्द बयान हुआ / विजय वाते

जो बेईमान हुआ ।
उसका सम्मान हुआ ।

बेकार सत्य बोला,
नाहक अपमान हुआ ।

इंसान हुआ आबं,
व्यर्थ गुमान हुआ ।

रोटी मकान कपड़ा,
इतना सामान हुआ ।

चाहा पढ़ें कसीदे,
दर्द बयान हुआ ।