दाएँ बाएँ क्या होता है। बैलों ने ये कब जाना है। पिंजरे को खोला तो पाया मिट् ठू उड़ना भूल गया है। रस्से बान्धो या ना बान्धो, ऊँट कहाँ जाने वाला है। हाँकोगे जिस ओर उसे तुम, उस जानिब वो चल पड़ता है। बचपन से सीखा है 'वाते' सरल राह सीधी रेखा है।