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दिल आतिशे हिजराँ से जलाना नहीं अच्छा / भारतेंदु हरिश्चंद्र

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दिल आतिशे हिजराँ से जलाना नहीं अच्छा ।
अय शोलःरुखो आग लगाना नहीं अच्छा ।।