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दुख ? एक विशाल महासागर है ! / सान्दोर पेत्युफ़ी / अनिल जनविजय

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दुख ? एक विशाल महासागर है
और आनन्द ?
शायद सागर में पाया जानेवाला एक नन्हा मोती
जब-जब मैं इसे पाता हूँ, इसे तोड़ खाता हूँ ।

ज़ाउगज़िगमारटोन, 10 मार्च 1846 से पहले

अँग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल जनविजय

लीजिए, अब यही कविता अँग्रेज़ी अनुवाद में पढ़िए
                      Sandor Petofi
               Grief? a great ocean.

SORROW? A great ocean.
Joy?
A little pearl in the ocean.Perhaps,
By the time I fish it up, I may break it.

  Translated by W.H. Auden

और अब यह कविता मूल हंगेरियाई भाषा में पढ़िए
                      Sandor Petofi
      A BÁNAT? EGY NAGY OCEÁN
 
A bánat? egy nagy oceán.
S az öröm?
Az oceán kis gyöngye. Talán,
Mire fölhozom, össze is töröm.
 
Szalkszentmárton, 1846. március 10. előtt