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दूध वाले भैया / रमेश तैलंग

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दूध वाले भैया! बता दो बस इतना।
दूध में पानी मिलाते हो कितना?

जमती नहीं थोड़ी-सी भी मलाई,
आकर कभी देख लो तुम ही भाई,
टोके तुम्हें कोई हर दिन तो कितना?

बतलाओगे जो अगर सच्ची-सच्ची,
होगी न अम्माँ से फिर माथा-पच्ची,
अच्छा नहीं होता झगड़ा भी इतना।

माना बढ़ी है इधर कुछ महँगाई,
फलती है ईमान की पर कमाई,
गड़बड़ घोटाला करो जी न इतना।