देखेॅ ई समाजेॅ के विधान सतरंगो केन्हेॅ
कहीं धोॅन आकाश लागै लक्ष्मी सुहाबै छै।
कहीं जनें जोॅन माँगे घ्ज्ञरें-घरंे बॅन माँगे,
छोटो छिनो बाल बच्चा अन्नो लेॅ कनाबै छै।
केकरो मथा के बाल सुखलो सनाठी हुबै,
केकरो जानबरै नें सेम्पू सें नहाबै छै।
केकरो देहो पेॅ जाड़ा भगता पेॅ देवी पाड़ा
केकरो देहो केॅ उनें किला रं सजाबै छै॥