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देह / यारसा डैली-वार्ड / श्रीविलास सिंह

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यदि मैं हूँ ईमानदार पूरी तरह,
और तुम कहते हो कि मुझे होना ही चाहिए ऐसा
तो मैं चाहती हूँ रहना तुम्हारे साथ पूरे अपराह्न
शाम, रात और कल भी
तुम से लिपट कर इतनी जोर कि हम
न जान पाएँ कि किस के पेट से आयी है क्या आवाज़
किसका हृदय है यह जो धड़क रहा है इस तरह
तब तक जब मुझे पता न चले कि है जो पसीना
मेरे वक्ष पर, वह है तुम्हारा या मेरा अथवा हमारा।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : श्रीविलास सिंह