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दो लफ़्ज़ों की है, दिल की कहानी / आनंद बख़्शी

 
दो लफ़्ज़ों की है, दिल की कहानी
या है मोहब्बत, या है जवानी

दिल की बातों का मतलब न पूछो
कुछ और हमसे बस अब न पूछो
जिसके लिये है, दुनिया दीवानी
या है मोहब्बत, या है है जवानी

इस ज़िंदगी के, दिन कितने कम है
कितने है ख़ुशियाँ, और कितने ग़म हैं
लग जा गले से, रुत है सुहानी
या है मोहब्बत, या है जवानी

ये कश्ती वाला, क्या गा रहा है
कोई इसे भी, याद आ रहा है
जिसके लिये है, दुनिया दीवानी
या है मोहब्बत, या है जवानी

दो लफ़्ज़ों की है, दिल की कहानी
या है मोहब्बत, या है जवानी