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द्वारे से राजा आए, मुस्की छांटत आए / अवधी
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साभार: सिद्धार्थ सिंह
द्वारे से राजा आए, मुस्की छांटत आए, बिरवा कूचत आए हो
रानी अब तोरे दिन नागिचाने, बहिनिया का आनी लावों हो
Sharda suman
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