Last modified on 14 नवम्बर 2013, at 11:11

नयनों का कोना / सुभाष काक

कई स्थान हैं
जहाँ मैं कभी नहीं पहुँचा
जिनकी कल्पना भी नहीं की
पर यह जानता हूँ
एक अनजान स्थान जाना है।

ऐसा एक क्षेत्र
तुम्हारे नयनों का वह कोना है
जहाँ भविष्य के लिए
संकेत हैं।

तुम स्वयं नहीं जानती
इस रहस्य को -
नयनों पर
जो लिखा है,
उसे तुम नहीं
पढ़ सकती।