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नवो रे पलंग, नवो ढोलियो / मालवी

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

नवो रे पलंग, नवो ढोलियो
महाराजा बन्ना
अबी से लागो लाड़ी से नेह रे
महाराजा बन्ना
पांव तेरे मखमल रा मोजा
मेंदी राची पांव
महाराजा बन्ना
गागड़दो गाड़ो लई रया
अमलारी छाकी लई रया
बाबुल री प्यारी लई रया
महाराजा वे, दिलराजा वे