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"नहीं आसाँ तो मुश्किल ही सही/ विनय प्रजापति 'नज़र'" के अवतरणों में अंतर

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नहीं आसाँ तो मुश्किल ही सही
 
नहीं आसाँ तो मुश्किल ही सही
मुझको मोहब्बत है’ तुम से ही
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नाज़ है तुम्हें’ थोड़ा ग़ुरूर मुझे
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मैंने दिल लगाया है’ तुम से ही
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आज न पिघला तो कल पिघलेगा
 
आज न पिघला तो कल पिघलेगा
यह बात हम सुनेंगे’ तुम से ही
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नाज़ हैं तुमको, ग़ुरूर है मुझे
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मेरे दिल की ख़ता है तुमसे ही
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आज दूरियाँ हैं तुझमें-मुझमें
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कि ज़रूर कल मिलेंगे तुमसे ही
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बहता वक़्त इक सिफ़र ही तो है
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फिर जो मिला दिया है तुमसे ही
  
आज दूरियाँ हैं तेरे-मेरे बीच
 
ज़रूर कल मिलेंगे’ तुम से ही
 
 
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17:13, 10 अप्रैल 2011 के समय का अवतरण


लेखन वर्ष: २००४/२०११

नहीं आसाँ तो मुश्किल ही सही
मुझको मोहब्बत है तुमसे ही

आज न पिघला तो कल पिघलेगा
यह बात हम सुनेंगे तुमसे ही

नाज़ हैं तुमको, ग़ुरूर है मुझे
मेरे दिल की ख़ता है तुमसे ही

आज दूरियाँ हैं तुझमें-मुझमें
कि ज़रूर कल मिलेंगे तुमसे ही

बहता वक़्त इक सिफ़र ही तो है
फिर जो मिला दिया है तुमसे ही