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नाम बिना तन जात बहो रे / संत जूड़ीराम

नाम बिना तन जात बहो रे।
कर सतसंग साद गुरु सेवा सुरति समार निहार करो रे।
काल-कर्म को झगरा भारी आठ पहर हुसयार रहो रे।
जो जग जाल अनुजनमहिं सुरजे कर्मभार भवसार गहो रे।
जूड़ी खबर कर खेलो खेला राम नाम विश्वास करो रे।