नाम बिना तन जात बहो रे।
कर सतसंग साद गुरु सेवा सुरति समार निहार करो रे।
काल-कर्म को झगरा भारी आठ पहर हुसयार रहो रे।
जो जग जाल अनुजनमहिं सुरजे कर्मभार भवसार गहो रे।
जूड़ी खबर कर खेलो खेला राम नाम विश्वास करो रे।
नाम बिना तन जात बहो रे।
कर सतसंग साद गुरु सेवा सुरति समार निहार करो रे।
काल-कर्म को झगरा भारी आठ पहर हुसयार रहो रे।
जो जग जाल अनुजनमहिं सुरजे कर्मभार भवसार गहो रे।
जूड़ी खबर कर खेलो खेला राम नाम विश्वास करो रे।