ना लपेट ना लाग हुवै
आखर-आखर आग हुवै
फळै सपनो थारो-म्हारो
सोगरा फळी साग हुवै
सांस-सांस जीवै सौरम
हरियाळो मन बाग हुवै
अब स्सो कीं हुवै ऊजळो
कठै न कोई दाग हुवै
भींतां रो के काम अठै
हर ठौड़ मिनख-राग हुवै
ना लपेट ना लाग हुवै
आखर-आखर आग हुवै
फळै सपनो थारो-म्हारो
सोगरा फळी साग हुवै
सांस-सांस जीवै सौरम
हरियाळो मन बाग हुवै
अब स्सो कीं हुवै ऊजळो
कठै न कोई दाग हुवै
भींतां रो के काम अठै
हर ठौड़ मिनख-राग हुवै