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निगाहों की जाँच / नाओमी शिहाब न्ये

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डी है हताश.
और बी चाहता है छुट्टी
रहना चाहता है किसी विज्ञापन-पट पर,
होकर बड़ा और बहादुर ।
ई नाराज है आर से कि उसने धकेल दिया है उसे मंच से पीछे ।
छोटा सी बनना चाहता है बड़ा सी मुमकिन हो अगर,
और पी खोया हुआ है ख़यालों में ।

कहानी, कितना बेहतर है कहानी होना ।
क्या तुम पढ़ सकती हो मुझे ?

हमें रहना पड़ता है इस सफ़ेद पट पर
साथ-साथ एक-दूसरे के पड़ोस में ।
जबकि होना चाहते थे हम किसी बादल की दुम
जहाँ एक हर्फ़ तब्दील होता दूसरे में,
या चाहते थे ग़ुम हो जाना किसी लड़के की जेब में
फाहे की तरह बेडौल,
वही लड़का जो भैंगी आँखों से पढ़ा करता है हमें
लगता है उसे कि हम में छिपा है कोई गूढ़ सन्देश ।
काश कि उसके दोस्त बन पाते हम ।
आजिज आ चुके हैं इस बेमतलबपन से ।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : मनोज पटेल

लीजिए, अब यही कविता मूल अँग्रेज़ी में पढ़िए
            Naomi Shihab Nye
                    Eye Test

The D is desperate.
The B wants to take a vacation,
live on a billboard, be broad and brave.
The E is mad at the R for upstaging him.
The little c wants to be a big C if possible,
and the P pauses long between thoughts.

How much better to be a story, story.
Can you read me?

We have to live on this white board
together like a neighborhood.
We would rather be the tail of a cloud,
one letter becoming another,
or lost in a boy’s pocket
shapeless as lint
the same boy who squints to read us
believing we convey a secret message.
Be his friend
We are so tired of meaning nothing.