Last modified on 14 दिसम्बर 2013, at 03:35

निज भासा बिन / किरण राजपुरोहित ‘नितिला’

भासा रा भाखर चढता
थाकै आखर
पांगळो ई रैय जावै
अरथावणो।
निज भासा बिन
होय जावै अंधारो
डूबै- जिण में इतियास।