भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"निमाड़ी लोकगीत" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 3: पंक्ति 3:
 
* [[गढ़ हो गुंडी उप्पर नौबत वाज / निमाड़ी]]
 
* [[गढ़ हो गुंडी उप्पर नौबत वाज / निमाड़ी]]
 
* [[पाँच बधावा पिया न हो गढ़ रे सुहाना हो / निमाड़ी]]
 
* [[पाँच बधावा पिया न हो गढ़ रे सुहाना हो / निमाड़ी]]
* [[मंडप / निमाड़ी
+
* [[मंडप / निमाड़ी]]
* [[लागी लगी रे दुई दुई हाथ मेहँदी रंग लागी / निमाड़ी]]
+
* [[लागी लगी रे दुई दुई हाथ मेहँदी रंग लागी / निमाड़ी]]
+
*[[लागी लगी रे दुई दुई हाथ मेहँदी रंग लागी ,
+
 
+
मेहँदी तोडं न ख हाउ गई न म्हारो, छोटो देव्रियो साथ मेहँदी रंग लागी ।
+
 
+
तोडी ताडी न मन खोलो भर्यो न हउ लगी गई घर की वाट मेहँदी रंग लागी।|
+
 
+
अगड दगड को लोय्डो न ब्र्हन्पुर की सील मेहँदी रंग लागी \
+
 
+
लसर लसर हउ मेहँदी वाटू न म्हारा बाजूबंद झोला खाय मेहँदी रंग लागी \
+
 
+
देवर रंग तीची अन्गालाई न हउ रंगु ते दुई हाथ ,मेहँदी रंग लागी \
+
 
+
द ओ जेठानी थारो झुमकों न द ओ देरानी थारो हार मेहँदी रंग लागी
+
 
+
द ओ पडोसन थारो दिव्लो न ,द ओ अडोसन तेल मेहँदी रंग लागी |
+
 
+
खट खट खट हउ पैडी चढ़ी न गई ते तीजजे मॉल मेहँदी रंग लागी
+
 
+
जगेल होता तेका सोई गया न मुख पर डाल्यो रुमाल मेहँदी रंग लागी
+
 
+
अग्न्ठो पकडी न मन स्यामी ज्गाद्योअसो नही जाग्यो मुर्ख गंवार मेहँदी रंग लागी
+
 
+
खट खट खट हउ पैडी उतरी न आई ते नीच मॉल मेहँदी रंग लागी
+
ल ओ जेठानी थारो झुमकों न ,ल ओ देरानी थारो हार मेहँदी रंग लागी \
+
 
+
ल ओ पडोसन थारो दिव्लो न ल ओ अडोसन थारो तेल मेहँदी रंग लागी \
+
असो देवर बताव ओकी माय ख न हउ केख बताऊ बेऊ[ दुई ]हाथ मेहँदी रंग लागी |
+
असी सासु की कुख ख हीरा जडया न ,जाया ते हीरालाल मेहँदी रंग लागी|
+
 
+
लागी लागी रे दुई दुई हाथ मेहँदी रंग लागी]]
+

18:22, 20 अगस्त 2008 का अवतरण