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नौकरी केॅ जोगौ जेना सेमरो के फूल पाखी / अनिल शंकर झा

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नौकरी केॅ जोगौ जेना सेमरो के फूल पाखी
आशा लागी जीयै आस रूई नै पुराबै भाग।
खून आ पसीना दैके’ लक्ष्मी मनाबै रोजे
लक्ष्मी रूसी केॅ कहीं बारी झारी नुकी जाय।
बनरी के नैना मरै छाती तरें दाबी राखे।
सड़ल्हौ गनहैल्होॅ पर माया कनियो नै जाय।
तही ना तनोॅ के साथें मन आ धरम दै केॅ,
चाकरी सें मोह तोडी आदमी कहीं नै जाय॥