Last modified on 27 जनवरी 2015, at 12:35

पत रखियो सब जन की मोरी मैया पत... / बुन्देली

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

पत रखियो सब जन की मोरी मैया। पत...
मैया के मड़पे चम्पा धनेरो।
महक भरी फुलवन की।
मोरी मैया...
मैया के मड़ पे गौयें धनेरी
बाढ़ भई बछड़न की।
मोरी मैया...
मैया के मड़ में भक्त बहुत हैं
भीड़ भई लड़कन की।
मोरी मैया...
मैया के मड़ में जज्ञ रचो है
हवन होय गुड़ घी को।
मोरी मैया...