पन्द्रह अगस्त सन् सैंतालिस के सुराज मिलल ,
बड़ा कठिन से ताज मिलल ।
सुन ल हिन्दू-मुसलमान भाई,
अपना देशवा के कर ल भलाई
तोहरे हथवा में हिन्द माता के लाज मिलल ।
बड़ा कठिन से ताज मिलल ।
अपना देश से दुश्मन भागल,
हम भारतीय के भगिया जागल,
कहे रसूल गा-गा के, अब हमनी के राज मिलल ।
बड़ा कठिन से ताज मिलल ।