Last modified on 12 अप्रैल 2020, at 14:53

पलक मूँद कर सो जा रे / सरोजिनी कुलश्रेष्ठ

खेलकुद कर बहुत थक गया
अब जल्दी ही सो जा रे
मिट जायेगी सब थकान तू
पलक मूंदकर सो जा रे।

सोने से थकान मिटती है
मेरी बातें सुन ले तू
सोएगा सपने देखेगा
जाने कितने-कितने सारे तू

गौरइया चिड़िया जो आती
वह भी सोने चली गई।
कुत्ता भी पसरा है थक कर
बिल्ली सोने चली गई।

हाथी-घोडा-पालकी
जय कन्हैया लाल की
लालन अब तो सो जा रे
आँख बंद कर सो जा रे।