भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

पाँच बधनवा कै टटिया बंधावा हो / बघेली

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

बघेली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

पाँच बधनवा कै टटिया बंधावा हो
मड़ये मा दिहा ओढ़काय
राजा के सोहागवा
टटिया ओलटि कै आई अजिया कवन कुंवरि
देखि लेउ नतिनी सोहाग
राजा के सोहागवा
नतिनी सोहाग बहुत निक लागइ
जुग जुग बढ़इ सोहाग
राजा के सोहागवा
टटिया ओलट व्है के देखें आई माया कवन कुंवरि
देखि लेउं बिटिया सोहाग
राजा के सोहागवा
बेटियां सोहागवा बहुत निक लागइ
जुग जुग बाढ़इ अहिबात
राजा के सोहागवा
टटिया ओलटि व्है के देखै आई काकी को कउन कुंवरि
देखि लेउं बेटी के सोहाग
बेटी कै सोहागवा बहुत निक लागइ
जुग जुग बाढ़इं अहिबात
राजा के सोहागवा