यह विखंडित मूर्ति
मथुरा की सड़क पर
मिली मुझको,
शीश-हत,
जाँघें पसारे
- खुले में विपरीत-रति-रत
- अरे, यह तो पंश्चुली है!
शेष भाग शीघ्र ही टंकित कर दिया जाएगा।
यह विखंडित मूर्ति
मथुरा की सड़क पर
मिली मुझको,
शीश-हत,
जाँघें पसारे
शेष भाग शीघ्र ही टंकित कर दिया जाएगा।