पांडुलिपि पूरी करें हम प्यार की
भाग्य को लिख पंक्तियाँ आभार की
साथ मिल हमने रचा है प्रीत को
जी रहे हैं श्वांस में संगीत को
भावविह्वल है हमारी ज़िन्दगी
देख कर हम पर ह्रदय की जीत को
इन पलों के सागरी विस्तार की
पांडुलिपि पूरी करें हम प्यार की
हम क्षणों को गूँथ लें इतना सघन
गंध से आबद्ध ज्यों रहता सुमन
शिल्प हो जैसे कि हिम की श्रृंखला
बस नदी सा हो तरंगित हर कथन
आसमां जैसे विशद आकार की
पांडुलिपि पूरी करें हम प्यार की