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पानी पीने आई चूँ...चूँ / रमेश तैलंग

पानी पीने आई चूँ...चूँ
पानी पीने आ...ई।

जल्दी जाओ, बर्तन लाओ
भरकर उसमें पानी,
झटपट जिसमें चोंच डालकर
पी ले चूँ...चूँ रानी,
गर्मी से घबराई चूँ...चूँ
गर्मी से घबरा...ई।

डरते-डरते देख रही है
आगे-पीछे ऐसे,
अभी पकड़कर ही रख लेगा
कोई उसको जैसे,
लगती धोखा खाई चूँ...चूँ
लगती धोखा खा...ई।

दूर-दूर ही रहना, उसके
पास न कोई जाना,
पानी पीकर उसको तो है
फिर से फुर उड़ जाना,
लो, हमसे शरमाई चूँ...चूँ,
लो, हमसे शरमा...ई।
पानी पीने आई चूँ...चूँ
पानी पीने आ...ई।