Last modified on 15 फ़रवरी 2017, at 17:33

पापा! घोड़ा बनो / रमेश तैलंग

पापा! घोड़ा बनो
पापा! घोड़ा बनो

रूठा बैठा हूँ कब से
मनाओ मुझे,
न बहाने बनाकर
रुलाओ मुझे,
पापा! घोड़ा बनो
पापा! घोड़ा बनो

चलो, जल्दी पिठोली
चढ़ाओ मुझे,
पूरे कमरे का चक्कर
दिलाओ मुझे
पापा! घोड़ा बनो
पापा! घोड़ा बनो

हिनहिनाकर जरा-सा
दिखाओ मुझे,
रो चुका हूँ बहुत
अब हँसाओ मुझे,
पापा! घोड़ा बनो
पापा! घोड़ा बनो