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पालतू जानवर / पंखुरी सिन्हा

42 bytes added, 11:07, 24 नवम्बर 2010
<Poem>
''' पालतू जानवर '''
 
बदहवास सपनों की बेख़ौफ़ आवाजाही में,
मन का कोई बहुत बड़ा सच छिपा होता है,