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पीणो सांप / तेजसिंह जोधा

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चेतो
चेतोके थांरी छाती माथै
कुंडाळो घाल’र नासां सहारै
फण साध्यां
बैठो है पीणो सांप
पीवै, भासा, भरोसो अर सांस

पोछड़ी
जद ओ
पूछ रो फटकारो देय’र जावैला
तद थांनै देस अर
आजादी रो अरथ समझ में आवैला

हतभाग ! कै मोड़ो व्है जावैला
मोड़ो व्है जावैला !