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पेट दुखता है मैं कुछ कहूँ, कुछ कहूँ / राजीव रंजन प्रसाद
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10:38, 30 सितम्बर 2009
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मुझको बरसात में सुर मिले, री सखी!
पेट दुखता है मैं कुछ कहूँ, कुछ कहूँ..
अनिल जनविजय
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