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पेड़-1 / श्याम बिहारी श्यामल

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तमाशबीन तो नहीं थे
पेड़ कभी
क्यों बंद हुआ
उनका मुँह ?

क्यों काठ मार गया है ऐन वक़्त
कद्दावर पेड़ों को ?