प्यार होता है हर कहानी में
नदी अच्छी लगे रवानी में
उम्र का भी क़ुसूर होता है
भूल हो जाती है जवानी में
उसने माँगा था कोई नज़राना
ले गया दिल मेरा निशानी में
झील में पाँव पखारा उसने
लग गयी आग जैसे पानी में
बुझ गयी प्यास मिट गयी हसरत
फिर रखा क्या है ज़िंदगानी में