गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 20 अक्टूबर 2009, at 12:29
प्यास लगी है, बुझाओ / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
»
अर्चना
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
प्यास लगी है, बुझाओ (अपूर्ण)