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"प्रेम ने दी है एक छोटी टहनी / बैर्तोल्त ब्रेष्त / देवेन्द्र मोहन" के अवतरणों में अंतर

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याद करता हूँ अपनी नन्हीं शिक्षिका को
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मेरे प्रेम ने मुझे
उसकी यादें, नीली गुस्साई आग
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एक टहनी पकड़ा दी है
और उसका पुराना पड़ गया चौड़े हुड वाला लबादा
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पीली पत्तियों से लदी ।
और चौड़ा गोटेदार किनारा,
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मैंने नाम दिया
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साल चला है
आकाश पर आरोयन को  स्तेफ़िन<ref>ब्रेष्त की दिवंगत कवयित्री प्रेमिका मार्गरेत स्तेफ़िन, जो मसक्वा में टी०बी० और ठण्ड के कारण मर गई थी</ref> तारा पुञ्ज
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अपने आख़िरी
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पड़ाव की ओर
  
ऊपर देख
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प्यार की
उसका मनन करते,
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अभी
सिर, हिलाते
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शुरुआत हुई है
मुझे लगा कि
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खाँसने की हलकी सी
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आवाज़ सुनी
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'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : देवेन्द्र मोहन'''
 
'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : देवेन्द्र मोहन'''
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13:25, 29 जून 2020 के समय का अवतरण

मेरे प्रेम ने मुझे
एक टहनी पकड़ा दी है
पीली पत्तियों से लदी ।

साल चला है
अपने आख़िरी
पड़ाव की ओर

प्यार की
अभी
शुरुआत हुई है ।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : देवेन्द्र मोहन