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प्रेम / रणविजय सिंह सत्‍यकेतु

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बिना विवाह किए बच्चे को जन्म देने पर नाइजीरिया की स्थानीय अदालत ने सन 2002 में 21 वर्षीया अमीना को गर्दन तक ज़मीन में गाड़कर उसे पत्थरों से मार देने की सज़ा सुनाई थी। अमीना के समर्थन में...

प्रेम करना जहाँ गुनाह है
और बच्चे पैदा करना जुर्म
कितनी गर्म होगी वहाँ की हवा!

खिलने की कल्पना से ही
सिहर उठते होंगे फूल
काँपती होंगी कलियाँ;
दहशत कायम करने का सबसे सुगम उपाय है
लगाना हर तरह की अभिव्यक्ति पर लगाम

जड़ तत्त्व और तम गुण की पैदाइश
हुकूमत को मंज़ूर नहीं मुस्कान
आँखों में पानी;
मगर मुहब्बत को चाहिए स्वतंत्रता
हर उस बंधन से, जो करती है
मस्तिष्क को निष्चेतन
हृदय को भावनाहीन,

जैसे पक्षियों को विचरने के लिए चाहिए
सारा आकाश
नहीं मंज़ूर उन्हें कोई बंधन
धरती उजाड़,
बुलबुलों के चहकने से
उमड़ती हैं भावनाएँ
जगती है मन में आस
जो नहीं मानतीं फरमान, वहशी हुक़्म,

जब घोर यातनाएँ सहना
और सलाखों के पीछे जाना
लगता है आसान
महसूस होता है कैसा भी दंड कमज़ोर
तभी मन में जागता है संकल्प
और करता है कोई प्रेम।