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फ़सादे दुनिया मिटा चुके हैं हुसूले हस्ती उठा चुके हैं / भारतेंदु हरिश्चंद्र
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फ़सादे दुनिया मिटा चुके हैं हुसूले हस्ती उठा चुके हैं ।
खुदाई अपने में पा चुके हैं मुझे गले यह लगा चुके हैं ।।