http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AB%E0%A4%BC%E0%A5%88%E0%A4%B8%E0%A4%B2%E0%A5%87_%E0%A4%A8%E0%A5%87_%E0%A4%95%E0%A4%B0_%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE_%E0%A4%A4%E0%A5%88_%E0%A4%95%E0%A5%8C%E0%A4%A8_%E0%A4%95%E0%A4%BF%E0%A4%B8%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%B9%E0%A4%95%E0%A4%BC_%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82_%E0%A4%B9%E0%A5%88_/_%E0%A4%93%E0%A4%AE_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B6_%E0%A4%A8%E0%A4%A6%E0%A5%80%E0%A4%AE&feed=atom&action=historyफ़ैसले ने कर दिया तै कौन किसके हक़ में है / ओम प्रकाश नदीम - अवतरण इतिहास2024-03-28T12:36:40Zविकि पर उपलब्ध इस पृष्ठ का अवतरण इतिहासMediaWiki 1.24.1http://kavitakosh.org/kk/index.php?title=%E0%A4%AB%E0%A4%BC%E0%A5%88%E0%A4%B8%E0%A4%B2%E0%A5%87_%E0%A4%A8%E0%A5%87_%E0%A4%95%E0%A4%B0_%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE_%E0%A4%A4%E0%A5%88_%E0%A4%95%E0%A5%8C%E0%A4%A8_%E0%A4%95%E0%A4%BF%E0%A4%B8%E0%A4%95%E0%A5%87_%E0%A4%B9%E0%A4%95%E0%A4%BC_%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82_%E0%A4%B9%E0%A5%88_/_%E0%A4%93%E0%A4%AE_%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B6_%E0%A4%A8%E0%A4%A6%E0%A5%80%E0%A4%AE&diff=207007&oldid=prevअनिल जनविजय: '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ओम प्रकाश नदीम |अनुवादक= |संग्रह= }}...' के साथ नया पृष्ठ बनाया2016-07-06T16:03:10Z<p>'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ओम प्रकाश नदीम |अनुवादक= |संग्रह= }}...' के साथ नया पृष्ठ बनाया</p>
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|रचनाकार=ओम प्रकाश नदीम<br />
|अनुवादक=<br />
|संग्रह=<br />
}}<br />
{{KKCatGhazal}}<br />
<poem><br />
फ़ैसले ने कर दिया तै कौन किसके हक़ में है<br />
बस हमारा हौसला ही अब हमारे हक़ में है<br />
<br />
मैं ख़फ़ा हो जाऊँ तुमसे तो बुरा मत मानना<br />
ये ख़फ़ा होने का मेरा हक़ तुम्हारे हक़ में है<br />
<br />
वो जुनून-ए-इश्क़ मेरा और ये उसका सिला<br />
वो भी तेरे हक़ में था और ये भी तेरे हक़ में है<br />
<br />
ऐ समुन्दर पार कर सकता हूँ मैं तुझको मगर<br />
डूबना मेरा तेरी गहराइयों के हक़ में है<br />
<br />
फ़िक्र के जो भी दिए रौशन हैं सब बुझ जाएँगे<br />
ये गलैमर की हवा है तीरगी के हक़ में है<br />
<br />
फिर से नारा-ए-बग़ावत ने ये साबित कर दिया<br />
वो असर हक़ में नहीं है जो सदा-ए-हक़ में है <br />
</poem></div>अनिल जनविजय