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"फिर कबीर / मुनव्वर राना" के अवतरणों में अंतर

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*[[कई घरों को निगलने के बाद आती है / मुनव्वर राना]]
 
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*[[मिट्टी में मिला दे कि जुदा हो नहीं सकता / मुनव्वर राना]]
 
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*[[कभी ख़ुशी से ख़ुशी की तरफ नहीं देखा / मुनव्वर राना]]
 
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*[[समझौतों की भीड़भाड़ में सबसे रिश्ता टूट गया / मुनव्वर राना]]
 
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*[[हम कभी जब दर्द के किस्से सुनाने लग गये मुनव्वर राना]]
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*[[तुझ में सैलाबे-बला थोड़ी जवानी कम है / मुनव्वर राना]]
 
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*[[आँखों में  कोई ख़्वाब सुनहरा नहीं आता / मुनव्वर राना]]
 
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*[[फ़रिश्ते आ के उनके जिस्म पर झाड़ू लगाते हैं / मुनव्वर राना]]
 
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*[[किसी भी मोड़ पर तुम से वफ़ादारी नहीं होगी / मुनव्वर राना]]
 
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*[[उदास रहने को अच्छा नहीं बताता है / मुनव्वर राना]]
 
*[[चमन में सुबह का मंज़र बड़ा दिलचस्प होता है / मुनव्वर राना]]
 
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*[[महब्बत करने वालों में ये झगड़ा डाल देती है / मुनव्वर राना]]
 
*[[तुम उचटती -सी एक नज़र डालो / मुनव्वर राना]]
 
*[[तुम उचटती -सी एक नज़र डालो / मुनव्वर राना]]
 
*[[हमारी ज़िन्दगी का इस तरह हर साल कटता है / मुनव्वर राना]]
 
*[[हमारी ज़िन्दगी का इस तरह हर साल कटता है / मुनव्वर राना]]
 
*[[तुम्हारे पास ही रहते न छोड़कर जाते / मुनव्वर राना]]
 
*[[तुम्हारे पास ही रहते न छोड़कर जाते / मुनव्वर राना]]
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*[[सरक़े का कोई शेर ग़ज़ल में नहीं रक्खा / मुनव्वर राना]]
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*[[कभी थकन के असर का पता नहीं चलता / मुनव्वर राना]]
 
*[[मेरी चाहत का फ़क़ीरी से सिरा मिलता है / मुनव्वर राना]]
 
*[[मेरी चाहत का फ़क़ीरी से सिरा मिलता है / मुनव्वर राना]]
 
*[[मैं खुल के हँस तो रहा हूँ फ़क़ीर होते हुए / मुनव्वर राना]]
 
*[[मैं खुल के हँस तो रहा हूँ फ़क़ीर होते हुए / मुनव्वर राना]]

21:30, 1 जून 2010 के समय का अवतरण

फिर कबीर
Phir kabeer.jpg
रचनाकार मुनव्वर राना
प्रकाशक रूपांकन, 31, शंकरगंज, किला रोड, इन्दौर-452006
वर्ष 2007
भाषा हिन्दी
विषय
विधा ग़ज़ल
पृष्ठ 120
ISBN
विविध
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