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"फूल काँटों के संग अच्छा है / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर

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देखकर हमको मुँह फिरा बैठे
 
देखकर हमको मुँह फिरा बैठे
प्यार करने का ढंग अच्छा है
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प्यार करने का ढंग अच्छा है!
  
 
हम भी क्या याद करेंगे दिल में!
 
हम भी क्या याद करेंगे दिल में!

02:09, 23 जुलाई 2011 के समय का अवतरण


फूल काँटों के संग अच्छा है
उनको भाये जो रंग अच्छा है

देखकर हमको मुँह फिरा बैठे
प्यार करने का ढंग अच्छा है!

हम भी क्या याद करेंगे दिल में!
आ गये दिल से तंग, अच्छा है

उनपे रोने का कुछ असर तो हुआ
हँस पड़े-- 'जलतरंग अच्छा है'

ख़ून अपना बहा रहे हैं गुलाब
लोग कहते हैं,-- 'रंग अच्छा है'