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बनी रे माधो राधा कृष्ण बनी / शिवदीन राम जोशी
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बनी रे माधो राधा कृष्ण बनी।
कृष्ण रंगे राधा के रंग में, युगल छवि सोहे ईक संग में,
मोर मुकुट धर, पिताम्बर धर, दमकत शीश मणी।
नंद यशोदा के मन भावन, धन्य-धन्य हैं पतित पावन,
संत विप्र के प्राण, प्राण धन, दीनानाथ धनी।
पग नूपूर पैजनियां बाजे, रतन सिंघासन कृष्ण बिराजे,
शिवदीन मनोहर श्रीराधाजी, संग में सखी सजनी।
युगल छवि शोभा कस बरणो, झांकी देख लेलियो शरणो,
रंग अबीर बरष कर बरषे, बूंटी और छनी।