भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
ज़रा ठहर,
'''बीतने ही वाला है'''
ये तीसरा चौथा पहर।
143
हुई अँजोर
उफनी भागी।
-0-
 
<poem>