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बाजी रहे पैंजनिया / अंगिका लोकगीत

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

बाजी रहे
बाजी रहे पैंजनिया हो रुनझुन बाजी रहे

किनका सोभै पाँव पैंजनिया किनका सोभै करधनियाँ
किनका सोभै मोहक माला किनका सोभै नथनियाँ
हो रुनझुन बाजी रहे
बाजी रहे
बाजी रहे पैंजनिया हो रुनझुन बाजी रहे

राम कोॅ सोभै पाँव पैंजनिया सिया कोॅ सोभै करधनियाँ
लछमन सोभै मोहक माला उर्मिला कोॅ सोभै नथनियाँ
हो रुनझुन बाजी रहे
बाजी रहे
बाजी रहे पैंजनिया हो रुनझुन बाजी रहे

कहाँ मोॅ सोभै पाँव पैंजनिया कहाँ मोॅ सोभै करधनियाँ
कहाँ मोॅ सोभै मोहक माला कहाँ मोॅ सोभै नथनियाँ
हो रुनझुन बाजी रहे
बाजी रहे
बाजी रहे पैंजनिया हो रुनझुन बाजी रहे

पाँव मोॅ सोभै पाँव पैंजनिया कमर सोभै करधनियाँ
गले मोॅ सोभै मोहक माला नाक मोॅ सोभै नथनियाँ
हो रुनझुन बाजी रहे
बाजी रहे
बाजी रहे पैंजनिया हो रुनझुन बाजी रहे