भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"बाळपणों / अजय कुमार सोनी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अजय कुमार सोनी' |अनुवादक= |संग्रह=थ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
{{KKGlobal}}
 
{{KKGlobal}}
 
{{KKRachna
 
{{KKRachna
|रचनाकार=अजय कुमार सोनी'
+
|रचनाकार=अजय कुमार सोनी
 
|अनुवादक=
 
|अनुवादक=
 
|संग्रह=थार-सप्तक-5 / ओम पुरोहित ‘कागद’
 
|संग्रह=थार-सप्तक-5 / ओम पुरोहित ‘कागद’

19:21, 8 जून 2017 के समय का अवतरण

बाळपणे में म्हे
माटी में खेलता
कदै ई भाजता टिब्बां माथै
कुरां-डंडो खेलता
किंकर री डाळी
दादो जूती लेय र
भाजता लारै
कोई ठोड ठिकाणों
नीं हो
जद ई तो
बाळपणों
आवै कोनीं पाछों !