Last modified on 26 अक्टूबर 2021, at 22:32

बेईमानी / अर्पिता राठौर

मैंने अपने जीवन के
सबसे उदास क्षणों पर
कविता तब लिखी
जब उस उदासी को लेकर
मैं सबसे ज़्यादा तटस्थ थी।