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बोलना / सुशान्त सुप्रिय

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हर बार जब मैं
अपना मुँह खोलता हूँ
तो केवल मैं ही नहीं बोलता

माँ का दूध भी
बोलता है मुझमें से

पिता की शिक्षा भी
बोलती है मुझमें से

मेरा देश
मेरा काल भी
बोलता है मुझमें से