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बोलो तो / निकोलस गियेन / गिरधर राठी

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तुम जो क्यूबा को छोड़ गए,
बोलो तो
कहाँ तुम जाओगे
आसमान के नीचे हरी-भरी हरियाली,
नील पर नील,
ताड़ पर ताड़ के दरख़्त ?
बोलो तो !

तुम, जो भुला बैठे अपनी ज़ुबान
बोलो तो,
और चुभलाते हो बेग़ानी बोली में
’ग्यूइल’ और ’यू’
कैसे जी सकते हो मौन में ?
बोलो तो !

तुम, जो छोड़ गए पीछे ज़मीन,
बोलो तो,
जहाँ सो रहे हैं सलीब के नीचे
तुम्हारे पिता,
कहाँ तुम छोड़ोगे अपना कंकाल ?
बोलो तो !

ओ नामुराद, दो जवाब,
बोलो,
कहाँ तुम पाओगे
आसमान के नीचे हरी-भरी हरियाली,
नील पर नील,
ताड़ पर ताड़ के दरख़्त ?
बोलो तो !

अंग्रेज़ी भाषा से अनुवाद : गिरधर राठी