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भगवान / लैंग्स्टन ह्यूज़ / उज्ज्वल भट्टाचार्य

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मैं भगवान हूँ —
कोई दोस्त नहीं,
पवित्र और अकेला
मेरी दुनिया की कोई सीमा नहीं ।

नीचे मेरे युवा भक्त है
मीठी धरती पर क़दम बढ़ाते हुए —
लेकिन मैं भगवान हूँ —
मैं नीचे नहीं आ सकता ।

बहार !
जीवन यानी प्यार !
जीवन सिर्फ़ प्यार !
इन्सान होना कहीं बेहतर
बनिस्बत भगवान के – और अकेला ।

मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : उज्ज्वल भट्टाचार्य