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भागा भालू / प्रयाग शुक्ल

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भालू की माँ बोली-कालू
आ तुझको नहला दूँ,
लगा-लगाकर साबुन तेरा
सारा मैल छुड़ा दूँ!
भागा भालू ज्यों ही माँ ने
डाला ठंडा पानी!
लगा चीखने जोर-जोर से
याद आ गई नानी!