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"भारत धारत धीर धीर का धीरज छूटे / शिवदीन राम जोशी" के अवतरणों में अंतर
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देश भक्त बलवान डरें क्यों चौडे लूटे। | देश भक्त बलवान डरें क्यों चौडे लूटे। | ||
खद्दर चद्दर ओढ यही है बख्तर रण का, | खद्दर चद्दर ओढ यही है बख्तर रण का, | ||
− | धन्य | + | धन्य शिरोमणी देश हो गया अग कण-कण का। |
दिन में अरु दोपहर में लूटे आधी रात, | दिन में अरु दोपहर में लूटे आधी रात, | ||
कौन सुने शिवदीन अब दुःखी जनों की बात। | कौन सुने शिवदीन अब दुःखी जनों की बात। | ||
राम गुण गायरे। | राम गुण गायरे। | ||
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23:18, 20 जनवरी 2012 के समय का अवतरण
भारत धारत धीर धीर का धीरज छूटे,
देश भक्त बलवान डरें क्यों चौडे लूटे।
खद्दर चद्दर ओढ यही है बख्तर रण का,
धन्य शिरोमणी देश हो गया अग कण-कण का।
दिन में अरु दोपहर में लूटे आधी रात,
कौन सुने शिवदीन अब दुःखी जनों की बात।
राम गुण गायरे।